ज्यादा खाई Sugar तो बिगड़ जाएगा 'फिगर', हार्ट को कर देगी पंक्चर
अगर किसी को डायबिटीज है तो उसे दिल से जुड़ी बीमारियों खासकर हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है और अगर वह महिला है तो यह खतरा कई गुना हो जाता है.
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है.
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है.
अगर किसी को डायबिटीज है तो उसे दिल से जुड़ी बीमारियों खासकर हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है और अगर वह महिला है तो यह खतरा कई गुना हो जाता है. यह खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है तो सवाल यह उठता है कि आखिरकार इस खतरे को कम कैसे किया जाए? इसके लिए क्या उपाय हैं? डायबेटोलॉजिया जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है. टाइप 1 डायबिटीज में ये खतरा पुरुषों की तुलना में 47% ज्यादा है.
जर्नल के मुताबिक
> टाइप 2 डायबिटीज में ये खतरा पुरुषों की तुलना में 9% ज्यादा होता है
> दिल की बीमारियां ज्यादा होने के खतरे के पीछे कई कारण हैं
> जैसे महिलाओं में प्री-डायबिटीज अवधि पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है
> महिलाओं में ये अवधि पुरुषों की तुलना में 2 साल अधिक होती है
टाइप-2 डायबिटीज से पहले होने वाली डायबिटीज को प्री-डायबिटीज कहते हैं, लेकिन सबसे चिंताजनक बात यह है कि मरीज में इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. यानि मरीज को यह पता ही नहीं चलता की उसे प्री-डायबिटीज है जो आगे चलकर डायबिटीज में बदल जाएगा, ऐसे में दिल संबंधी रोग होने की संभावना और बढ़ जाती है. जानकार बताते हैं कि हार्ट अटैक महिला को हो या फिर पुरुष को, एक लक्षण आम है और वह यह कि इस दौरान सीने में तेज दर्द होता है या बेचैनी लगती है, हलांकि सिर्फ महिलाओं की बात करें तो हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से कुछ अलग होते हैं.
#LIVE | #AapkiKhabarAapkaFayda में देखिए #Diabetes से दिल का कनेक्शन, 'आधी आबादी' पर मंडरा रहा हार्ट अटैक का खतरा। https://t.co/h3C6g2GVAu
— Zee Business (@ZeeBusiness) July 25, 2019
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हार्ट अटैक के लक्षण
> उनके जबड़े, गर्दन या पीठ में तेज दर्द का होना
> बेवजह कमजोरी या थकान से साथ दर्द होना
> श्वांस लेने में तकलीफ होना
> खांसी, चक्कर आना या मतली भी इसके कुछ लक्षण हैं
क्या है डॉक्टरों की राय
> महिलाएं हार्ट अटैक को लेकर गंभीर नहीं हैं
> उनमें हार्ट अटैक को लेकर जागरूकता कम है
> जिस वजह से वे लक्ष्णों को नजरअंदाज कर देती हैं
> कई बार तो उन्हें ये भी पता नहीं चलता कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है
> उन्हें लगता है कि सीने का ये दर्द कोई आम दर्द है
> इसी वजह से महिलाएं डॉक्टरों के पास भी नहीं जाती हैं...
क्या है रोकथाम
तमाम जिम्मेदारियों के बीच फंसी महिलाओं को अपना भी उतना ही ध्यान रखना चाहिए, जितना वे अपने परिवार का रखती हैं. कामकाज के साथ एक्सरसाइज करें, हेल्दी खाना खाएं. कम से कम तनाव लें और अगर उन्हें डायबिटीज या दूसरी बीमारी है तो उसका समय पर इलाज करवाएं और समय पर दवा लें.
06:30 PM IST